पयार तुझे इतना किया..कोई ना कर पाए गा......वजूद अपना भी तुझ पे लुटा दिया....
जो कोई ना कर पाए गा......फिर भी जो जखम तुम नेे दिए...दिल मेरा तोड कर...
बह रहा है खून इतना.....कि यह जखम ना भर पाए गा अब उमर भर...
जो कोई ना कर पाए गा......फिर भी जो जखम तुम नेे दिए...दिल मेरा तोड कर...
बह रहा है खून इतना.....कि यह जखम ना भर पाए गा अब उमर भर...