Friday 13 June 2014

हर जऱरा आफताब नही होता..तो हर सपना भी हकीकत मे तबदील नही होता..

हर कदम जो बढता है तरककी की तरफ,वो भी पूरा नही होता...

हम चल दे बेशक आसमाँ की तरफ,आसमाँ हम को बुला ले....

हकीकत मे एेसा नही होता.......

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...