पलट कर देखना उस का,हमारी जिनदगी का कसूरवार हो गया...
धडकनों का यू चलना,दिल के बीमार होने का कसूरवार हो गाया...
एक दिल ही तो था,जो उस की एक नजऱ का तलबगार बन गाया...
धडकनों का यू चलना,दिल के बीमार होने का कसूरवार हो गाया...
एक दिल ही तो था,जो उस की एक नजऱ का तलबगार बन गाया...