चापलूसी की दुनियाँ मे,मिलते रहते है एेसे बहुत से लोग...
जो बोलते है पय़ार के इतने मीठे बोल...पर मकसद तो है अनदर से...
कि आ तुझे बता .दू......तू है कौन....
जो बोलते है पय़ार के इतने मीठे बोल...पर मकसद तो है अनदर से...
कि आ तुझे बता .दू......तू है कौन....