मेरे दोसतों---आज फिर आप सब का शुकरीया करती हू----
मेरा साथ देने के लिए----
हर गुजरते लमहे के साथ कहते है--हम ने तो राह चुनी थी,पर दोसतो..आप सब ने
तो इन राहों पे हमें चलना सिखा दिया---
सलाम
मेरा साथ देने के लिए----
हर गुजरते लमहे के साथ कहते है--हम ने तो राह चुनी थी,पर दोसतो..आप सब ने
तो इन राहों पे हमें चलना सिखा दिया---
सलाम