वो एहसास तेरे छूने का,रूह मे अब तक कायम है....
बरसों बीत गए है साहिल,दरद आँखो मे अब भी कायम है....
कौन कहता है तू दूर है मुझ से....
एक जहान् औऱ भी,जहाँ तेरा इनतजार अाज भी कायम हैै....
बरसों बीत गए है साहिल,दरद आँखो मे अब भी कायम है....
कौन कहता है तू दूर है मुझ से....
एक जहान् औऱ भी,जहाँ तेरा इनतजार अाज भी कायम हैै....