हर दुआ कबूल हो,एेसा होता तो नही...पर हर दुआ मे शिददत का असर हो,
तो वह दुआ कबूल हो जाती है,परवरदिगाऱ के पास लेखा जोखा होता है हमारे
करमो का,जहाँ इनसान ने हर शिकन हटाई,कुदरत ने इनसाफ की चादर बिछाईओ
तो वह दुआ कबूल हो जाती है,परवरदिगाऱ के पास लेखा जोखा होता है हमारे
करमो का,जहाँ इनसान ने हर शिकन हटाई,कुदरत ने इनसाफ की चादर बिछाईओ