जहाॅ पे थमती है जिनदगी,हम उसी मोड से चलना शुरू करते है....
जहाॅ पे दरद देने लगते है लोग,हम वही से जीना शुरू करते है...
जहाॅ पे दरद देने लगते है लोग,हम वही से जीना शुरू करते है...
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...